अणुओं के आपसी क्रिया और भौतिक गुण

1. अणुओं (Molecules) के बीच क्रियाएँ (Interactions Between Molecules)

जब हम पदार्थ (matter) के बारे में बात करते हैं, तो हमें अणुओं के परस्पर क्रिया (interactions) को समझना बहुत ज़रूरी है। अणु एक-दूसरे के साथ आकर्षित (attract) या विकर्षित (repel) होते हैं, जो उनके व्यवहार को प्रभावित करता है। ये क्रियाएँ पदार्थ के भौतिक गुणों (physical properties) को निर्धारित करती हैं, जैसे कि गलनांक (melting point), क्वथनांक (boiling point) और घनत्व (density)।

अणु-आणु बल (Intermolecular Forces): ये वे बल (forces) हैं जो अणुओं को आपस में बाँधकर रखते हैं। इन्हें मुख्य रूप से निम्न प्रकारों में विभाजित किया जा सकता है:

1. लंदन डिस्पर्शन बल (London Dispersion Forces):
ये अस्थायी (temporary) होते हैं और उन अणुओं के बीच पाए जाते हैं जो एक-दूसरे के पास आने पर क्षणिक आकर्षण (weak attraction) दिखाते हैं।

2. डाइपोल-डाइपोल बल (Dipole-Dipole Forces):
ये वे बल होते हैं जो उन अणुओं में पाए जाते हैं जिनमें एक धनात्मक (positive) और एक ऋणात्मक (negative) छोर होता है। उदाहरण के लिए, जल (H₂O) अणुओं के बीच यह बल कार्य करता है।

3. हाइड्रोजन बांडिंग (Hydrogen Bonding):
यह एक विशेष प्रकार की परस्पर क्रिया है जिसमें हाइड्रोजन परमाणु (hydrogen atom) एक विद्युतऋणात्मक (electronegative) तत्व, जैसे ऑक्सीजन (oxygen) या नाइट्रोजन (nitrogen) से बंध जाता है। उदाहरण के लिए, जल (H₂O) के अणुओं के बीच हाइड्रोजन बांडिंग होती है।

4. वैन डेर वाल्स बल (Van der Waals Forces):
ये भी कमजोर बल होते हैं, जो अणुओं को थोड़ा-बहुत आकर्षित करते हैं और उनके स्थायित्व (stability) में योगदान देते हैं।

वास्तविक जीवन उदाहरण:
पानी (H₂O) के अणुओं के बीच हाइड्रोजन बांडिंग होती है, जिससे पानी का क्वथनांक (boiling point) अधिक होता है। ऐसा इसलिए क्योंकि अणुओं को अलग करने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है।


2. भौतिक गुण (Physical Properties) जो अणु-आणु बलों से प्रभावित होते हैं

जब अणुओं के बीच परस्पर क्रिया मजबूत होती है, तो उनके भौतिक गुण (physical properties) भी उसी अनुपात में प्रभावित होते हैं। यहाँ कुछ मुख्य भौतिक गुण दिए गए हैं:

1. गलनांक और क्वथनांक (Melting and Boiling Points):

अगर अणुओं के बीच आकर्षण बल अधिक है, तो उन्हें पिघलने (melting) या उबालने (boiling) के लिए अधिक ऊर्जा चाहिए होती है। इसलिए, ऐसे पदार्थों का गलनांक और क्वथनांक अधिक होता है।

वास्तविक जीवन उदाहरण:
पानी (H₂O) का गलनांक और क्वथनांक अपेक्षाकृत अधिक होता है क्योंकि उसके अणुओं के बीच हाइड्रोजन बांडिंग बहुत मजबूत होती है।

2. घनत्व (Density):

घनत्व एक भौतिक गुण है जो किसी पदार्थ के द्रव्यमान (mass) और आयतन (volume) के अनुपात को दर्शाता है। यदि अणु अधिक सघनता (tightly packed) में होते हैं, तो पदार्थ का घनत्व अधिक होगा।

वास्तविक जीवन उदाहरण:
लोहे (iron) का घनत्व जल (water) की तुलना में अधिक होता है क्योंकि लोहे के अणु अधिक घने (tightly packed) होते हैं, जबकि जल के अणु अपेक्षाकृत अधिक फैले होते हैं।

3. श्यानता (Viscosity):

श्यानता (viscosity) किसी तरल की वह प्रवृत्ति होती है जो उसके प्रवाह (flow) का प्रतिरोध दर्शाती है। यदि अणुओं के बीच आकर्षण बल अधिक होता है, तो तरल का प्रवाह धीमा होगा और उसकी श्यानता अधिक होगी।

वास्तविक जीवन उदाहरण:
शहद (honey) का प्रवाह जल (water) की तुलना में बहुत धीमा होता है, क्योंकि शहद के अणुओं के बीच अणु-आणु बल अधिक होते हैं।

4. सतही तनाव (Surface Tension):

सतही तनाव वह गुण है जो किसी द्रव की सतह पर अणुओं के परस्पर आकर्षण को दर्शाता है।

वास्तविक जीवन उदाहरण:
यदि एक सुई को जल की सतह पर धीरे से रखा जाए, तो वह तैर सकती है। यह जल के अणुओं के बीच सतही तनाव (surface tension) के कारण होता है।


3. अवस्था परिवर्तन और अणु-आणु बल (State Transitions and Intermolecular Forces)

जब अणुओं को ऊर्जा प्राप्त होती है, तो वे अपने आपसी बलों (intermolecular forces) को तोड़कर अवस्था परिवर्तन (state transition) कर सकते हैं।

ठोस से द्रव (Melting):
जब किसी ठोस को गर्म किया जाता है, तो उसके अणु गति करने लगते हैं और आपसी बंधन (bonds) टूटने लगते हैं, जिससे वह द्रव में बदल जाता है।

द्रव से गैस (Boiling/Vaporization):
जब किसी द्रव को अधिक ऊष्मा (heat) दी जाती है, तो उसके अणु अपने सभी बंधन तोड़कर गैस में परिवर्तित हो जाते हैं।

वास्तविक जीवन उदाहरण:
जब बर्फ (ice) को गर्म किया जाता है, तो वह पानी (water) में बदल जाती है और यदि इसे और अधिक गर्म किया जाए, तो वह भाप (steam) बन जाती है।


सारांश (Summary of part 3):

  1. अणुओं के बीच होने वाली परस्पर क्रियाएँ (intermolecular forces) पदार्थों के भौतिक गुणों को निर्धारित करती हैं।
  2. गलनांक, क्वथनांक, घनत्व, श्यानता और सतही तनाव इन अणु-आणु बलों द्वारा प्रभावित होते हैं।
  3. ऊष्मा मिलने पर अणु अवस्था परिवर्तन कर सकते हैं, जैसे ठोस से द्रव और द्रव से गैस।

Next Part:

में हम तापमान (temperature) और दाब (pressure) के प्रभाव और पदार्थ की अवस्थाओं (states of matter) के व्यवहार को विस्तार से समझेंगे। कोई संदेह हो, तो अवश्य पूछें!

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